गूगल की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर के 7 बिलियन लोगो में से 4 बिलियन लोग ऑनलाइन मौजूद है. मतलब वो इंटरनेट का यूज़ करते है. इंटरनेट पर अपनी वेबसाइट या ऑनलाइन बिज़नेस को रन करने के लिए प्रति घंटे 5000 से अधिक डोमेन रजिस्टर होते है. इंटरनेट की मदद से 250 बिलियन ईमेल प्रति दिन भेजी जाती है
इन आकड़ो को सुनकर आपके मन में भी एक सवाल जरूर आ सकता है आखिर इंटरनेट में ऐसा क्या है जो लोग इसका इतनी बड़ी संख्या में यूज़ करते है. आज कि इस पोस्ट में मैं आपके इस सवाल का उत्तर देने की कोशिश करूँगा और आपको साथ ही बताऊंगा कि
इंटरनेट क्या है(What is Internet in Hindi), इसकी खोज किसने की थी, इंटरनेट के फायदे और नुकसान क्या है, ऐसे कौन मैनेज करता है,Internet की भारत में शुरुआत कब हुई? ऐसे ही कई छोटे बड़े सवालों का उत्तर जानेंगे. चलिए आगे समझते है.
Table of Contents
Internet क्या हैं?[What is the internet in Hindi]
क्या आपको वो समय याद हैं जब हम लोग Tweet, post, email, blog, snap, या किसी Online होने वाली चीज के बारे में नहीं जानते थे लेकिन आज बहुत से लोग इन सभी चीजों को करने में सक्षम हो गए हैं।
लेकिन एक समय था जब कोई भी नहीं सोच सकता था की भविष्य में ये सब कभी संभव भी होगा। यह आज ये सब संभव हो गया है लेकिन क्या आप जानते है कि ये कैसे संभव हुआ है? ये सब सिर्फ Internet के माध्यम से ही संभव हुआ है। चलिए जानते है कैसे ?
Internet पुरे विश्व में जुड़ा हुआ एक नेटवर्क सिस्टम है है जो 150 से अधिक देशों में विश्वविद्यालय, सरकार, Commercial क्षेत्र और अन्य कंप्यूटरों को जोड़ता है और ऐसा करने के लिए Internet अलग अलग प्रकार के मीडिया के माध्यम से डेटा Transmitted करने के लिए TCP/IP का उपयोग करता है।
इंटरनेट Global exchanges का एक नेटवर्क है – जिसमें Private, Public, Business, Academic और Government Networks आदि शामिल हैं।
ये Directed, wireless और fiber-optic technologies द्वारा जुड़ा हुआ है। और हजारों नेटवर्क, दसियों हजारों Computer और Internet पर लाखों उपयोगकर्ता हैं, जिनकी संख्या रोजाना बढ़ रही है।
जिसकी मदद से आप दुनिया भर में उपस्थित दोस्तों और रिस्तेदारो के साथ बात-चीत कर सकते हैं, और आप अलग अलग विषयों पर जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। Internet का फुल फॉर्म “Interconnected Network” होता है।
Internet और World Wide Web का उपयोग अक्सर एक-दूसरे के लिए किया जाता है, कई लोग इन्हे एक ही चीज समझते है लेकिन ये वास्तव में एक ही चीज नहीं हैं;
Internet, Global communication system को Referenced करता है, जिसमें हार्डवेयर और Infrastructure शामिल हैं, जबकि वेब इंटरनेट Transmit services में से एक है
हम Internet पर एक जगह किराये पर ले सकते है। या बोल सकते है कि हम Internet पर एक website बना सकते है उदाहरण के लिए :-www.youtube.comले लेते है जो कि एक url या एक link है।
यहाँ Youtube जो है वो है Domain Name
यहाँ .com जो है वो है Top-Level Domain Name
यदि आपको एक अपनी website बनानी है तो आपको एक Domain Name खरीदना पड़ता है। कुछ ऐसी website है जो Domain Name को बेचने का काम करती है जैसे :- GoDaddy, BigRock, Sedo, Flippa, Bluehost, Etc.
यदि आपको Domain Name खरीदना है तो आप इन website पर जाकर अपनी website के लिए Domain Name खरीद सकते है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इन्हे हक़ किसने दिया domain को बेचने का चलिए जानते ह?
इसका उत्तर है कि इन कंपनी के ऊपर एक संस्था है जिसका नाम है ICANN(Internet Corporation for Assigned Names and Numbers)
जिसका HQ (मुख्यालय) Los Angeles, California, United States में है।
Internet का इतिहास (History of Internet in Hindi)
World Wide Web में विकसित होने वाली Initial concept का श्रेय Leonard Kleinrock को दिया जाता है। 1961 में, उन्होंने Internet पर Previous ARPANET के बारे में लिखा, जिसका शीर्षक था “Information Flow in Large Communication Nets.”
1969 में अमेरिकी Department of Defense की Advanced Research Projects Agency Network (ARPANET) के साथ Internet के अग्रदूत ने कंप्यूटिंग इतिहास के शुरुआती दिनों में Jumpstart किया गया था।
ARPA की Funded researchers ने आज Internet, Communications के लिए उपयोग किए जाने वाले कई प्रोटोकॉल को बनाया है। यह Timeline, Internet के विकास की एक brief history बताती है।
1965: MIT Lincoln Lab के दो कंप्यूटर packet-switching Technique का उपयोग करते हुए लोग एक दूसरे के साथ conversation करते थे।
1968: Beranak & Newman Inc (BBN) ने Interface message processor (IMP) के last edition के बारे में बताया। और अंत में BBN ARPANET contract जीतता है।
1974: पहला Internet service provider (ISP) ARPANET के commercial version की शुरूआत की गयी , जिसे Telnet के नाम से भी जाना जाता है।
1976: Queen Elizabeth II ने अपने पहले Email पर “Send button” को दबाया।
1981: National Science Foundation (NSF) ने university के कंप्यूटर वैज्ञानिकों को Networking services प्रदान करने के लिए कंप्यूटर साइंस नेटवर्क (CSNET) की स्थापना करने के लिए मंजूरी दी।
1983: Domain Name System (DNS) वेबसाइटों के नामकरण के लिए परिचित .edu, .gov, .com, .mil, .org, .net, और .int सिस्टम की स्थापना की। वेबसाइटों के लिए पिछले नाम की तुलना में यह याद रखना आसान है, जैसे कि पहले IP address [123.456.789.10] हुआ करता था।
1991: CERN ने World Wide Web को जनता के सामने पेश किया।
1992: पहला Audio और Video इंटरनेट पर publish किया गया। और आज लोगो के बीच “Surfing the Internet ” काफी लोकप्रिय है।
1994: Netscape Communications का जन्म हुआ। Microsoft ने Windows 95 के लिए एक Web browser बनाया।
1994: Yahoo! Stanford University में दो Bachelor of electrical engineering छात्रों Jerry Yang और David Filo द्वारा बनाया गया।
पहले Yahoo को “Jerry and David’s Guide to the World Wide Web.” कहा जाता था। कंपनी को बाद में March 1995 में registered किया गया था।
1995: पहली Online dating site Match.com लॉन्च हुई।
1996: Browser war शुरू हुई, मुख्य रूप से दो प्रमुख Famous कंपनी Microsoft और Netscape के बीच ये war हुई। और CNET ने $15,000 में tv.com ख़रीदा।
1996: एक 3d animation video ” The Dancing Baby ” को पहली Viral Video करार दिया गया।
1997: Netflix की स्थापना Reed Hastings और Marc Randolph द्वारा एक कंपनी के रूप में की गयी जो user को डाक द्वारा DVD भेजती थी।
1998: Google Search engine का जन्म हुआ। लोग इससे भी वैसे जुड़े जैसे पहले Internet से जुड़ते थे।
1998: Internet Protocol version 6 पेश किया गया क्युकि जिससे Internet address के विकास के लिए भविष्य में अनुमति दी जा सके। वर्तमान में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला Internet Protocol version 6 है। IPv4 में 32 बिलियन Addresses का उपयोग किया गया है
जिसमे 4.3 बिलियन Unique addresses है। IPv6 128-बिट है जिसमे 3529 बिलियन Addresses और 340 बिलियन Unique addresses है।
2003: Myspace, Skype और The Safari Browser की शुरुआत हुई।
2003: Blog publishing platform “WordPress” लॉन्च किया गया।
2004: Facebook की शुरुआत हुई। और Social networking का युग शुरू हुआ। और Mozilla firefox browser लॉन्च किया गया।
2005: YouTube.com लॉन्च हुआ। Social news site Reddit की भी स्थापना की गई है।
2006: Twitter लॉन्च हुआ। कंपनी के संस्थापक Jack Dorsey ने बहुत सबसे Tweet किया: ” just setting up my Twitter.”
2009: Internet ने अपनी 40 वीं वर्षगांठ मनाई।
2010: Facebook 400 Million – Active users तक पहुँच गया।
2010: Social media sites- Pinterest और Instagram को लॉन्च किया गया।
2015: Instagram, Photo-sharing site, Twitter को पछाड़ते हुए 400 Million उपयोगकर्ताओं तक पहुँच गया, Twitter उसी वर्ष के मध्य तक 316 Million उपयोगकर्ताओं तक पहुँच गया।
इंटरनेट को हिंदी में क्या कहते है
इंटरनेट को हिंदी में “अंतरजाल” कहते है. जिसे “विशाल जाल” के नाम से भी जाना जाता है.
इंटरनेट कैसे काम करता हैं? (How Does Internet Work in Hindi)
Internet के फायदे (Advantages of the Internet in Hindi)
लोगो द्वारा बनाई गयी चीजों में Internet सबसे बड़ी चीजों में से एक है और लोगों को ज्ञान और मनोरंजन की एक Endless supply और Quick access प्रदान करता है।
नीचे Internet के सभी फायदों की पूरी सूची दी गई है। ये सब आप Internet की मदद से बहुत आसानी से कर सकते है।
- Electronic communication: Email, Social media, newsgroups, chat rooms, video conferencing, instant messaging, phone and fax Information, knowledge और Education प्राप्त कर सकते है।
- Address, mapping और contact information प्राप्त कर सकते है। Online banking, bill, और Shopping कर सकते है।
- funds transfer और receive भी कर सकते है। Cooperation, work from home, और global workforce तक पहुंच कर सकते है।
- Donation और money एकत्र कर सकते है
- मनोरंजन कर सकते है। Internet Email करने की क्षमता प्रदान करता है। देश विदेश में किसी को भी मुफ्त Email कर सकते है।
- SKYPE जैसे products के लिए Plateform दिया है। जो दुनिया में किसी के साथ video conference करने देता है। जैसे Yahoo answer और इसके जैसी अन्य साइटें, जहां बच्चों को होमवर्क के लिए आसानी से मदद मिल सकती है।
Internet से हानियाँ (Disadvantages of the Internet in Hindi)
हालाँकि लोगो द्वारा बनाई गयी चीजों में Internet सबसे बड़ी चीजों में से एक है जैसा की मैंने आपको बताया कि Internet से क्या फायदे है। उसी प्रकार Internet से नुकसान भी है जिनकी सूची मैंने नीचे दी है। हमे इनसे हमेशा बच कर रहना चाहिए।
- Bullying, troll, hunter और crime
- Pornographic और Violent images को कभी ना तो देखना चाहिए और ना शेयर करना चाहिए।
- इसके लोगो को [Addiction], समय नुक़सान और [Distractions] भी होता है।
- इंटरनेट में Identity theft, hacking, virus और deceive भी होता है।
- Spam और इसका विज्ञापन
- ये ध्यान और Patience को भी प्रभावित करता है।
- Depression, अकेलापन और social isolation
- Health Issues and Obesity
- उन चीजों को खरीदना जिनकी आपको आवश्यकता नहीं है।
- Internet पर बहुत सारी गलत जानकारी है। कोई भी कुछ भी पोस्ट कर सकता है और जिसमे से बहुत कुछ फालतू का होता है।
- Internet पर ऐसे शिकारी हैं जो Hazardous conditions में लोगों को परेशान करने के लिए Internet पर wait किया करते है।
- कुछ लोग Internet के Addicted हो रहे हैं और अपने दोस्तों और प्रियजनों के साथ बातचीत भी कम करने लगे है।
- अश्लीलता (Obscenity):- जो छोटे बच्चों के हाथों में भी आसानी से आ सकती है।
- Internet में बहुत सारे “Cheater” साइट उपलब्ध हैं।
- बहुत सारे ऐसे Dishonest business हैं जो लोगों का फायदा उठाने के लिए Internet पर उपलब्ध हैं।
- Hackers virus बना सकते हैं जो आपके Personal computer में घुस सकते हैं और Valuable data को बर्बाद कर सकते हैं
- आपकी पहचान की चोरी के लिए हैकर्स इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।
- यह Internet पर काफी Disappointing हो सकता है और हमे महसूस हो सकता है कि इस वजह से आज के समाज में कितने लोग अशिक्षित हैं।
Internet का मालिक कौन है? [Who Invented the Internet]
जैसा कि आप और हमको पता है कि Internet एक बहुत बड़ी तकनिकी है जिसका बदलता रहता है। किसी भी एक व्यक्ति को Internet के आविष्कार का श्रेय देना असंभव है।
Internet का निर्माण करने में दर्जनों Leading scientists, programmers और engineers का हाथ है। जो प्रत्येक नई सुविधाओं और Technologies को बनाया करता थे और अंत में उन्होंने “सूचना का सुपरहाइववे” बनाया जिसे आज हम सब Internet के नाम से जानते है।
Internet का निर्माण होने से पहले कई वैज्ञानिको ने सूचना के लिए विश्वव्यापी नेटवर्क के अस्तित्व होने का अनुमान लगाया था। फिर भी, Internet के लिए पहला Practical plans 1960 के दशक के प्रारंभ तक नहीं आईं थी, ये तब हुआ
जब MIT के J.C.R. Licklider ने कंप्यूटरों के एक “अंतरिक्ष नेटवर्क” के विचार को बताया, जो लोगो के बीच काफी लोकप्रिय भी हुआ था।
इसके तुरंत बाद, कंप्यूटर वैज्ञानिकों ने “packet switching” के विचार को बताया, जो Electronic data को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाने की एक तकनिकी है जिसे बाद में Internet के प्रमुख बिल्डिंग Blocks बनाने में यूज़ किया गया था।
Internet का पहला Practical prototype 1960 के दशक के अंत में ARPANET या Advanced research projects द्वारा लाया गया था।
US Department of Defense द्वारा Funded ARPANET ने एक ही नेटवर्क पर कई कंप्यूटरों से conversation करने की अनुमति देने के लिए packet switching का उपयोग किया।
29 अक्टूबर, 1969 को, ARPANET ने अपना पहला संदेश दिया: एक कंप्यूटर से दूसरे में “node-to-node” Communications और The message – “LOGIN” – जो छोटा और सरल था, लेकिन फिर भी इसने ARD Network को दुर्घटनाग्रस्त कर दिया।
उस समय स्टैनफोर्ड कंप्यूटर को केवल नोट के पहले दो अक्षर मिले थे। 1970 के दशक में वैज्ञानिक Robert Kahn और Vinton Cerf ने Transmission Control Protocol [TCP] और Internet Protocol [IP] को विकसित करने के लिए एक संचार मॉडल विकसित किया,
जो एक संचार मॉडल है इससे कई नेटवर्क के बीच डेटा को भेजा जा सकता था। इसके लिए मानक भी निर्धारित किया गया था।
ARPANET ने 1 जनवरी, 1983 को TCP/IP को अपनाया और वहाँ से Researchers ने “Network of Networks” को इकट्ठा करना शुरू किया जो बाद में Modern internet बन गया था। जिसने Online दुनिया ने 1990 के दशक में अपनी पहचान बनाई।
जब कंप्यूटर वैज्ञानिक Tim Berners-Lee ने World Wide Web का आविष्कार किया। हालांकि अक्सर इसमें और Internet में लोगो को समझने में प्रॉब्लम होती थी
World Wide Web वास्तव में वेबसाइटों और Hyperlink के रूप में Online data तक पहुंचने का काम करता है।
World Wide Web ने जनता के बीच Internet को लोकप्रिय बनाने में मदद की, और जानकारी को विकसित करने में एक महत्वपूर्ण रूप से कार्य किया, जो हम लोग अधिकांश अब दैनिक आधार पर Access करते हैं।
इंटरनेट को कौन नियंत्रित करता है? (Who Controls your Internet?)
Internet की भारत में शुरुआत कब हुई?
भारत में Internet को 24 साल पूरे हो चुके हैं। जी हां, 15 अगस्त 1995 में भारत में पहली बार Internet का इस्तेमाल हुआ था। आज Internet हमारी दैनिक दिनचर्चा में शुमार है और इस समय भारत में सर्वाधिक रोजगार दे रहा है।
Internet से भुगतान हो रहे हैं, बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, Exam Results देख रहे हैं, यात्रा की टिकट बुक हो रही है, अपनी शिकायतें सरकार तक पहुंचा रहे हैं और यहां तक कि कई महत्वपूर्ण सूचनाओं के साथ साथ आप खबर भी Internet पर ही पढ़ रहे हैं
महंगा Internet अब बीते जमाने की बात हो गई। अब तो सस्ते और बेहद तेज़ गति से चलने वाले प्लानों की बाजार में भरमार है। Internet की शुरुआत जो 24 साल पहले चिंगारी थी, वह अब ज्वाला बन चुकी है।
Internet की शुरुआत में लोग पहले सिर्फ कंप्यूटर के जरिए Internet से जुड़ पाते थे, लेकिन आज मोबाइल फोन के जरिये Internet लोगों की Pocket में पहुंच चुका है।
Internet का इस्तेमाल सूचना प्राप्त करने से कहीं आगे निकल गया है और इसकी शुरुआत में भाषा को लेकर Internet, use करने में थोड़ी समस्या का सामना करना पड़ता था लेकिन अब Internet में लगभग सभी भाषाएँ मौजूद है।
Conclusion
आज हमने सीखा कि इंटरनेट क्या है(What is Internet in Hindi), इसकी खोज किसने की थी, Internet को कौन मैनेज करता है
यदि आपको हमारी ये जानकारी पसंद आयी हो तो कृपया इसे share जरूर करे और यदि कोई सुझाव, प्रश्न, हो तो हमे comment करके हमे जरूर बताये.
Nice post.