ब्रह्मांड में 170 बिलियन से अधिक आकाशगंगाएँ मौजूद है, एक गैलेक्सी का आकर कुछ मिलियन तारो से लेकर सौ ट्रिलियन तारों तक हो सकता है. मिल्की वे गैलेक्सी के 100 वे भाग के बराबर एक छोटी गैलेक्सी होती है. ऐसे ही कई गैलेक्सी फैक्ट है जो किसी का भी ध्यान अपनी तरफ खींच सकते है.
आज की इस पोस्ट में मैं आपको गैलेक्सी के बारे में छोटी से लेकर बड़ी हर चीज बताऊंगा आज हम जानेंगे गैलेक्सी (आकाश गंगा) क्या है (What is galaxy in hindi), ये कैसे बनी, गैलेक्सी कितने प्रकार की होती है, हमारी गैलेक्सी का क्या नाम है, galaxy (आकाश गंगा) से जुड़े फैक्ट और बहुत कुछ हम जानने वाले है.
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गैलेक्सी (आकाश गंगा) क्या है (What is Galaxy in Hindi)
Galaxy को हिंदी में आकाशगंगा कहते है. जब गैस, धूल, अरबों सितारे और उनके सोलर सिस्टम एक जगह पर बड़ी संख्या में एकत्र हो जाते है उसे आकाशगंगा कहते है ये सब ब्रह्मांड में एक साथ मूव करते है.
गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से ये सब एक साथ जुड़े रहते है ये बात हुई शॉर्ट में akashganga kise kahte hai चलिए थोड़ा गहराई से इस बात करते है और जानते है आखिर galaxy क्या होती है?
जैसा कि हम सब जानते है हम एक पृथ्वी नाम के गृह में रहते है जो हमारे सोलर सिस्टम का ही एक हिस्सा है सोलर सिस्टम को हिंदी में सौरमंडल कहते है. सौर मंडल मिल्की वे गैलेक्सी का एक छोटा सा हिस्सा है.
ब्रम्हांड में बहुत सी galaxy मौजूद है हमारी गैलेक्सी का नाम milky way है. हमारी आकाशगंगा (milky way) के बीच में एक सुपरमैसिव black hole भी है.
जब आप रात में तारो को देखते है तो असल में आप हमारी galaxy के अन्य तारो को देख रहे होते है. यदि रात बहुत अंधेरी है और आपके आस पास कोई भी रौशनी नहीं है तो आप यहाँ तक मिल्की वे के धूल भरे बैंड को भी देख सकते हैं.
मिल्की वे के अलावा कई आकाशगंगाएँ हैं. लेकिन आज तक हम उनकी गिनती नहीं कर पाए है हबल स्पेस टेलीस्कोप से नासा ने 10,000 गैलेक्सी का पता लगाया है.
जिसमे लगभग हर एक प्रकार के आकर, रंग, बनावट की वाली गैलेक्सी है कई वैज्ञानिकों का मानना है. कि ब्रह्मांड में एक सौ अरब (10 हज़ार करोड़) गैलेक्सी मौजूद है.
गैलेक्सी (आकाश गंगा) कैसे बनी? (How did Galaxy make)
गैलेक्सी बनाने का कोई ठोस प्रमाण नहीं है ज्यादातर वैज्ञानिको का मानना है कि दो गैलेक्सी के आपस में टकराने से नयी गैलेक्सी का निर्माण होता है.
चलिए इस बात चीत को थोड़ा मजेदार बनाते है आपको पता होगा हम सब रहते है घर में, कई सारे घर मिलकर बनाते है. एक एरिया, कई सारे एरिया मिलकर बनाते है एक शहर, कई सारे शहर मिलकर बनाते है एक राज्य, कई सारे राज्य मिलकर बनाते है.
एक देश, ऐसे ही कई देश मिलकर बनाते है ये पृथ्वी जो कि एक गृह है. ऐसे ही बहुत सारे ग्रह मिलकर एक सौर मंडल का निर्माण करते है. और ऐसे कई सौर मंडल मिलकर एक आकाशगंगा बनाते है.
आपको आपको पता चला होगा कि हम एक आकाश गंगा की तुलना में कितने छोटे है? गैलेक्सी हमसे जितनी बड़ी है. उससे कई गुना दूर भी है आप इसकी दुरी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हो. एक गैलेक्सी की रौशनी हम तक आने में लाखो करोडो साल लग जाते है.
शुरूआती समय में हमे इनके बारे में नहीं पता था धीरे धीरे समय बीता टेक्नोलॉजी का विकास हुआ और हमे इनके बारे में पता चला.
इसमें सबसे बड़ा हाथ नासा की शक्तिशाली हब्बल टेलिस्कोप का है जिसने अंतरिक्ष में मौजूद कई गैलेक्सी की तस्वीर लेने का बेहतरीन काम किया है.
हम में से अक्सर लोग जब भी हम रात में आकाश की तरफ देख रहे होते है तो इनके बारे में जरूर कुछ न कुछ सोचते है हमे एक अमेजिंग फैक्ट मैं आपको बताना चाहुगा आप जो भी देख रहे है.
असल में वो छवि करोडो अरबों साल पहले कि होती है वर्तमान की बिल्कुल भी नहीं है. क्युकि गैलेक्सी से हमारे तक प्रकाश आने में काफी समय लग जाता है.
हो सकता है वर्तमान में ऐसा कुछ दृश्य हो ही ना। अगर कोई गैलेक्सी हमसे एक करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है. तो हम उसे एक करोड़ साल पहले की अवस्था में देख रहे होते हैं.
गैलेक्सी के प्रकार (Types of Galaxies in Hindi)
1926 में अमेरिका के एक खगोल वैज्ञानिक एडविन हबल ने इनिशियल स्कीम बताई थी. जिसकी मदद से गैलेक्सी को तीन भागो में बांटा गया है.
गैलेक्सी को उनके आकर के अनुसार तीन मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है.
- Spiral Galaxy (सर्पिल आकाशगंगा)
- Elliptical Galaxy (अण्डाकार आकाशगंगा)
aacha article likha apne