CAPTCHA और reCAPTCHA क्या होते है? ये कैसे काम करते है?

आज हम बात करने वाले है कि आखिर ये CAPTCHA और reCAPTCHA क्या होते है और ये कैसे काम करते है। इनकी शुरुआत कैसे हुई, कब हुई और क्यों की गयी।

जब भी हम किसी वेबसाइट को विजिट करते है, गूगल पर अकाउंट बनाते है या किसी भी वेबसाइट पर अकाउंट बनाते है तब वह हमको captcha देखने को मिलती है या हम दूसरी भाषा में बोले तो हमारे छोटे छोटे टेस्ट होते है। हम जब भी ऐसे कैप्चा को देखते है तो हम में से लगभग सबके मन में एक सवाल जरूर आता है कि आखिर ये शब्द इतने टेढ़ेमेढ़े क्यों होते है आखिर क्यों ये lower case, upper case, number को मिक्स करके लिखे हुए होते है। यदि इनको सीधे सीधे लिखा गया होता तो हमारे लिए कितना आसान होता इन्हे फिल करना। आखिर क्या आपने कभी सोचा की हमे ये Captcha क्यों दिखाए जाते है क्यों इसे बार बार दिखा दिखा कर हमारा टाइम वेस्ट किया जा रहा है। यदि मैं आपको सॉर्ट फॉर्म में बताऊ तो इसका यूज़ रोबोट और लोगो के बीच अंतर पता करने के लिए होता है। चलिए बारीकी से समझते है।

उदाहरण से समझने की कोशिश करते है:-

कल्पना कीजिये यदि सरकार द्वारा यदि कोई अच्छी स्कीम निकली गयी और उसमे हम सबको एक फ़ॉर्म फिल करना है और अपनी डिटेल्स डालनी है फिर हम उस स्कीम का लाभ उठा सकते है।

लेकिन उस स्कीम का लाभ सिर्फ 100 लोग उठा सकते है। लेकिन असल में उस स्कीम का लाभ 1000 लोग उठाना चाहते है।जो कि बिल्कुल मुमकिन नहीं है।

इसीलिए वो 1000 लोग सोचेंगे कि मैं जितनी जल्दी हो जाये उतनी जल्दी उस स्कीम के फॉर्म को फिल करू और उस का लाभ उठाऊ।

इसमें से कुछ लोग जायेंगे और जयाज तरीके से साइट में फॉर्म फिल करंगे लेकिन साथ साथ ये भी ध्यान रखना होगा कि सिर्फ100 लोग ही उस का लाभ उठा सकते है

यदि मैं वो थोड़े भी लेट हो जायँगे तो वो मौका गवां बैठेंगे। लेकिन यदि उनमे से कोई व्यक्ति प्रोग्रामर है या उसे coding का अच्छा नॉलेज है तो

वो बाकि सबसे अलग एक स्क्रिप्ट/bot/ रोबोट बना सकता है और उसे बस उस रोबोट को ये बताना होगा की आखिर तुम्हे कैसे उस फॉर्म को फिल करना हैऔर क्या डिटेल्स डालनी है।

जिस भी समय सरकार उस स्कीम को लंच करेगी बस वो शख्स उस रोबोट को ऑन कर देगा और फिर वो रोबोट वेबसाइट पर जायेगा और बाकि लोगो से जल्दी उस फॉर्म को फिल करेगा।और उस स्कीम का लाभ उठालेगा।

जोकि बिलकुल गलत है इस से बाकि लोगो को मेहनत पानी पानी हो जाएगी।असल में जो उस स्कीम में असली हक़दार है उन्हें वो चीज मिल भी नहीं पाएगी जो बिल्कुल गलत है।

बस इसी चीज को रोकने के लिए Captcha का प्रयोग किया जायेगा। यदि वो कोई असल शक्श होगा तो वही Captcha को फिल कर पायेगा यदि रोबोट होगा तो वो बिलकुल भी उस CAPTCHA को फिल नहीं कर पायेगा। क्युकी हम और आप बहुत अच्छी तरह जानते है की कॅप्टचा कितना कठिन होता है और बार बार बदलता भी रहता है। इससे spam औरunauthorised एक्सेस को भी काफी हद तक रोका जा सकता है उम्मीद करता हु आपको उदाहरण से बहुत अच्छे से समझ आ गया होगा

CAPTCHA का फुल फॉर्म “Completely Automated Public Turing test to tell Computers and Humans Apart” होता है

CAPTCHA क्या है? (What is CAPTCHA in Hindi)

एक कैप्चा टेस्ट इस लिए डिज़ाइन किया गया है कि यह जाना जा सके कि क्या एक ऑनलाइन यूजर वास्तव में एक मानव है और न कि बॉट। कैप्चा एक ऐसा काम होता है कि जो कंप्यूटर और मानव में अंतर बताने के लिए “वह पूरी तरह से खुद से काम करता है और टेस्टिंग करता है” यूजर अक्सर इंटरनेट पर कैप्चा औरreCAPTCHA टेस्ट को देखते हैं। इस तरह के टेस्ट बॉट के काम को रोकने का एक तरीका है, लेकिन यदि इसे थोड़ा बारीकी से समझा जाये तो इसमें भी कमिया है।

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हालाँकि Captcha को खुद से काम करने वाले बोट्स को ब्लॉक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है

लेकिन Captcha खुद काम करते हैं। वे एक वेबसाइट पर कुछ स्थानों पर पॉप अप करने के लिए program किए जाते हैं, और वे खुद से यूजर को पास या फेल करते हैं।।

CAPTCHA कैसे काम करता है? (How does CAPTCHA work)

Classic captcha, जो आज भी कुछ वेबसाइट पर उपयोग किये जाते हैं, इसमें यूजर को पहचान बताने के लिए नंबर को लिखना पड़ता है वो नंबर अलग प्रकार से ड़ेढे-मेढ़े, उलटे, तिरछे से लिखे हुए होते है जिन्हे बोट्स द्वारा नहीं पढ़ा जा सकता है। टेस्ट को पास करने के लिए यूजर को नंबर सही अक्षरों को एक फॉर्म फ़ील्ड में टाइप करना होता है और फॉर्म सबमिट करना होता है।

यदि आपसे कोई गलती हो जाती है और आपके नंबर मैच नहीं करते है तो आपको दुबारा प्रयास करने के लिए कहा जाता है। ऐसे में कुछ फॉर्म आम है जो बार बार देखने को मिलते है जैसे :-login forms, account signup forms, online polls और e-commerce checkout pages.

इस तरीके से एक चीज देखने को मिली है यदि कोई इनसान होगा तो वो ऐसे टेस्ट को जरूर पास कर लेगा लेकिन कोई बोट्स होगा तो वो ऐसे टेस्ट को पास नहीं कर पायेगा। क्युकि इसमें आपको अलग fonts, अलगhandwritten देखने को मिलती है। लेकिन इस टेस्ट को कुछ बोट्स भी पास कर लेते है लेकिन ऐसा करने की सम्भावना बहुत कम होती है।

Advanced bots, machine learning करने के लिए सक्षम होते है इसलिए इन कॅप्टचा को और ज्यादा कठिन किया जा रहा है Google reCAPTCHA ने बोट्स और व्यक्ति में अंतर को समझने के लिए कई टेस्ट खोजे है।

reCAPTCHA क्या है?(What is reCAPTCHA in Hindi)

हम यह भी कह सकते है कि reCAPTCHA कई सारे कॅप्टचा की तुलना में ज्यादा Advance है। CAPTCHA की तरह, कुछreCAPTCHAs में यूजर को इमेज रखने को जरुरत होती है

reCAPTCHA विशिष्ट कैप्चा परीक्षणों की तुलना में अधिक उन्नत है। Captcha की तरह, कुछ reCAPTCHAs को उपयोगकर्ताओं को पाठ की छवियों को दर्ज करने की आवश्यकता होती है जिसे करना कंप्यूटर के लिए थोड़ा कठिन हो जाता है।

कुछ ऐसी चीजेreCAPTCHA में होती है जो CAPTCHA में नहीं होती है और इस वजह से reCAPTCHA, CAPTCHA से और शक्तिशाली बनता है। reCAPTCHA में pictures of street addresses, text from printed books, text from old newspapers आदि शामिल होती है। इसके अलावा कईreCAPTCHA टेस्ट शामिल हैं जैसे :-

  • छवि पहचान [Image recognition]
  • चेकबॉक्स [Checkbox]
  • General user behavior evaluation [सामान्य उपयोगकर्ता व्यवहार मूल्यांकन]

Captcha का इतिहास (History of Captcha in Hindi)

2003 में लुइस वॉन आह, मैनुअल ब्लम, निकोलस जे० हूपर और जॉन लैंगफोर्ड द्वारा CAPTCHA बनाया गया था। सबसे आम प्रकार के Captcha या सबसे पहले CAPTCHA का निर्माण 1997 में दो ग्रुप के द्वारा मिलकर किया गया था। इस तरह के Captcha में बहुत सी कमिया थी जिसमे आप को किसी नंबर या इमेज, अक्षरों को क्रम से लगाना होता था। शार्ट में आपको बताऊ तो ये एक puzzle की तरह होता था।

क्योंकि इस प्रकार टेस्ट को एक कंप्यूटर द्वारा दिखाया जाता था, जो लोग इस टाइप के टेस्ट देते है वो बताते है कि उनके रोजमर्रा का काम धीमा हो गया है। क्युकि इन्हे जल्दी से पढ़ना मुश्किल है एक औसत Captcha, को हल करने में औसत व्यक्ति को लगभग 10 सेकंड लगते हैं।

इंटरनेट के शुरुआती दिनों के बाद से कुछ लोग इंटरनेट को गलत कामो के लिए यूज़ करना चाहते थे। ये लोग हैकर थे जोsensitive topics पर इंटरनेट पर उपस्थित फोरम में पोस्ट करना चाहते थे। उन्हें ऐसा लगता था कि वो इन कीवर्ड्स को ट्रैक कर सकते है। इसलिए ऐसे कीवर्ड को कुछ दूसरे वर्ड में बदल दिया गया। जैसे:- HELLO बना | – | 3 | _ | _ () या) – (3 £ £ 0) इसके साथ ही कुछ ऐसे फ़िल्टर किये गए जिनका पता लगाना मुश्किल था। बाद में ऐसे शब्दों को Letspec के रूप में जाना गया।

कॅप्टचा के शुरुआती दिनों में यूजर को Gozebeck – Levchin test देखने को मिलता था। वर्ष 2000 में सबसे पहले idrive.com वेबसाइट ने कॅप्टचा का यूज़ किया। और अपने signup पेज को सुरक्षित किया।

वर्ष 2001 में PayPal ने भी हो रही धोखाधड़ी को रोकने के लिए कॅप्टचा टेस्ट का यूज़ किया। ये ऐसे कॅप्टचा थे जिसमे लोगो को अलग अलग प्रकार के text को फिर से लिखने को कहा गया।जिसे पहचानने में लोगो को समस्या का सामना करना पड़ता था। Paypal के cofounder और CTO, Max Levchin ने शुरुआती दिनों में इसका प्रयोग किया।

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Captcha की पॉपुलरटी को देखते हुए 2009 ने reCAPTCHA को खरीद लिया। 2011 में अपने यूजर के लिए रोबोट द्वारा की जा रही धोखाधड़ी को रोकने के लिए गूगल ने The new york times के लेख और पुस्तकों को डिजिटल बनाने के लिए reCAPTCHA और CAPTCHA तकनीक का इस्तेमाल किया।

Turing Test क्या है? ये कैसे काम करते है?

Turing test कंप्यूटर द्वारा मानव की नक़ल करने की क्षमता को परखता है। Alan Turing ने कंप्यूटर के शुरुआती दिनों में 1950 में Turing test का अविष्कार किया। एक कंप्यूटर प्रोग्राम “Turing test” पास करता है यदि टेस्ट के दौरान उसका प्रदर्शन मानव के तरीके हो। यदि वो Turing test पास करता है या फेल होता है तो इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। प्रभाव इस चीज का पड़ता है की वो मानव की तरह व्यवहार कर रहा है या नहीं।

इसलिए इसे Public Turing test कहा जाता है। एक कॅप्टचा Turing test के बिलकुल उल्टा होता है। कॅप्टचा ये चेक करता है कि क्या वास्तव में यूजर मानव है या रोबोट। जिसमे वो सिर्फ मानव को पास करता है। यदि यूजर एक एडवांस रोबोट या कंप्यूटर मानव है तो ऐसे में कॅप्टचा को एक brief task देने की जरुरत होती है जिससे कॅप्टचा और भी एडवांस हो जाता है।

Types of captcha [Captcha के प्रकार]

1 1) Simple math problem

आपने इस प्रकार का Captcha जरूर देखा होगा। इस Captcha फ़ॉर्म में आपको गणित की समस्या देखने को मिलती है, जिसके लिए आपको हल करने और उत्तर देने करने की आवश्यकता होती है। जो प्रश्न काफी सरल होते हैं, जैसे “1 + 2”, “8-3” लेकिन ये प्रश्न एक रोबोट को हल करना मुश्किल होता है।

गणित की समस्या यूजर के लिए सिर्फ केक का एक टुकड़ा है, ताकि वे इसे जल्दी से पूरा कर सकें और अपने काम को बिना अधिक दिक्कत के आगे बढ़ा सकें। हालाँकि, यह आसान टेस्ट किसी वेबसाइट की सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकता क्योंकि यह अन्य प्रकार के Captcha की तुलना में कठिन नहीं है।

2) Word problem

यह लोकप्रिय प्रकार का Captcha है जो विभिन्न रूपों में अलग अलग होता है, लेकिन वे सभी दो सरल भागों के साथ आते हैं: इन भाग में बॉक्स में अक्षरों या संख्याओं का एक क्रम होता है। अपनी पहचान को साबित करने के लिए, लोगो को टेस्ट के नियमो का सावधानीपूर्वक पालन करना महत्वपूर्ण है।

टेस्ट आपको पेज में अव्यवस्थित (बिना क्रम के) नम्बरो या अंको को फिर से लिखने के लिए कह सकता है।

इस प्रकार का टेस्ट उन यूजर के लिए एक बढ़िया विकल्प देता है मुख्य नुकसान यह है कि इस Captcha फॉर्म को बॉट्स द्वारा आसानी से हल किया जा सकता है जो ज्यादा एडवांस है।

3) Social media sign in

जब आप किसी वेबसाइट पर साइन अप करते हैं, तो आपको निजी जानकारी लिखने करने का विकल्प आता है या आप वहा अपने सोशल अकाउंट का उपयोग करके signup करते है।

यूजर को अपना खुद का Username और password बनाने के लिए कहने के बजाय, वेबसाइट मालिक उन्हें कुछ सिंपल क्लिकों के साथ सोशल अकाउंट खाते का उपयोग करने दे सकता है। इस तरीके से रोबोट रजिस्टर नहीं कर सकता है क्योंकि उनके पास कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट नहीं होता है।

इस प्रकार का Captcha यूजर का समय बचाता है और साइट की सुरक्षा को भी बढ़ाता है। यूजर साइन-उप फॉर्म भरने में समय बर्बाद किए बिना सोशल मीडिया अकाउंट का उपयोग करके signup करते है। इससे एक चीज बुरी देखने को मिलती है क्युकि कई बार यूजर अपने सोशल मीडिया अकाउंट को किसी दूसरी वेबसाइट के साथ जोड़ने में घबराते है।

4) Time-based

उपयोगकर्ताओं को फ़ॉर्म को पूरा करने के लिए समय की मात्रा को रिकॉर्ड करना एक और प्रभावी प्रकार का कैप्चा है।

यह एक टाइम बेस्ड Captcha होता है। जिसमे यूजर द्वारा फॉर्म को पूरा करने में लगा समय को रिकॉर्ड किया जाता है। जो बोट्स होते है वो फॉर्म को तुरंत भरते है जबकि मानव फॉर्म को भरने में थोड़ा टाइम लगाते है। हालांकि, कुछ यूजर आसानी से निराश हो जाते हैं जब वे हर बार टिप्पणी करने या किसी कार्य को करने के लिए समय बर्बाद करते हैं।

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5) Picture identification

Image recognition captcha इमेज टेस्ट के विभिन्न रूप होते है, यह एक puzzel (पहेली) की तरह होता है। जिसमे आपको इमेज को किसी एक जगह से चुनकर असल जगह या दूसरी जगह जोड़ना होता है

जिसकी पहचान सिर्फ मानव ही कर सकता है इसकी पहचान रोबोट द्वारा नहीं की जा सकती है क्युकि उन्हें इस चीज का ज्ञान नहीं होता है कि puzzel को कैसे हल करते है।

इस प्रकार के Captcha में, यूजर को किसी भी टेक्स्ट या नंबर को पढ़ने की जरुरत नहीं होती है, इसके बजाय केवल चित्रों से किसी Object या idea को पहचानना होता है।

कुछ मामलों में कई दी गई तस्वीरों में से किसी एक तस्वीर को चुनने में बहुत अधिक समय लग सकता है और यदि आपका पहला टेस्ट वाला फेल हो जाता है तो आपको को एक से अधिक टेस्ट से निपटना पड़ सकता है।

6) No captcha Recaptcha

Google ने इस प्रकार के Captcha को 2014 में लॉन्च किया था लेकिन फिर यह इंटरनेट पर तेजी से लोकप्रिय हो गया है। यूजर के सामने एक चेकबॉक्स के साथ दिखाया जाता है जो दर्शाता है कि “मैं एक रोबोट नहीं हूं” और उनको बस इस पर क्लिक करना होता हैं।

यह movement और data को ट्रैक करता है या मैं दूसरी भाषा में बोलू तो यह आपके व्यवहार को चेक करता है कि आप इंटरनेट पर कैसा व्यवहार कर रहे है। बॉट्स जो बहुत ही सटीक या एक क्रम में काम करते है जबकि मानव ऐसा नहीं करते है,

बॉक्स में टिक करने के बाद ठीक बीच में जांचने की अधिक संभावना होती है, यूजर इस कार्य को बिना दुबारा प्रयास किये के पूरा कर सकते हैं लेकिन यह बॉट के लिए बहुत मुश्किल साबित होता है।

कोई Captcha या recaptcha एकदम प्रभावी और सटीक नहीं होते है। हालाँकि यदि आप पहले टेस्ट में फेल होते है, आपको को निम्नलिखित section से गुजरना पड़ता है।

  1. Picture identification
  2. Time-based
  3. Social media sign in
  4. Word problem
  5. Simple math problem

7) Invisible Recaptcha

Invisible reCaptcha, No Captcha recaptcha का ही एक Update version है। अपने नाम की तरह, यह कैप्चा यूजर के लिए पूरी तरह से अदृश्य है मतलब कि ये यूजर को नहीं दिखाई देता है। इसलिए ये यूजर को एक अच्छा अनुभव देता है इसलिए यूजर को बॉक्स पर टिक करने की जरूरत नहीं है।

इन विधियों के माध्यम से बॉट्स की पहचान करने के बजाय, invisible reCaptcha यह जाँच करता है कि यूजर वेबसाइट के साथ कैसा व्यवहार कर रहा है, वो मौजूदा बटन पर कैसे क्लिक कर रहा हैं, कैसे वे माउस पर क्लिक कर रहा हैं जिसका Google द्वारा विश्लेषण किया जाता है।

इस प्रकार का कैप्चा वेब उपयोगकर्ताओं और Web owners दोनों के लिए लाभ का काम करता है। बहुत सी जगह पर अभी भी Websites Spamming Bots का पता लगाने के लिए कैप्चा सेवा का उपयोग किया जाता है

8) Biometrics

चूंकि Fingerprint sensor से लैस Smart devices की संख्या बढ़ रही है, इसलिए यह तरीका एक पहचान की पुष्टि करने के लिए बहुत उपयोगी साबित हुआ है। Biometrics अभी तक एक Actual Captcha नहीं है, लेकिन इसने कैप्चा से पूरी सुरक्षा प्राप्त करने के लिए एक बुनियादी आधार बनाया है।

भविष्य में वेबसाइटों को इस प्रकार के कैप्चा को लागू करने की संभावना ज्यादा होगी और आपको केवल अपने username और password को भरने के बजाय अपनी उंगलियों के निशान का उपयोग करने की जरुरत होगी।

हर किसी के पास Unique उंगलियों के निशान होते हैं, इसलिए यह बॉट्स को Spamming websites से रोकने के लिए आसान बनाता है। इससे ये नुकसान हो सकता है कि Biometric method (Face, voice, fingerprint) से छेड़छाड़ होने पर आप खाते को Reset or change नहीं सकते है।

Conclusion

आज हमने सीखा कि आखिर ये CAPTCHA और reCAPTCHA क्याहोतेहैऔरयेकैसेकामकरतेहै।इनकाक्याइतिहासहैऔरCAPTCHA or reCAPTCHA प्रकार के होते है और भी बहुत कुछ। मुझे बताईये आपको ये जानकारी कैसा लगी? यदि आपको ये जानकारी पसंद आयी है तो इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करे।

और यदि आपके इस पोस्ट के सम्न्बंधित कोई भी प्रश्न या सुझाव आपके मन में है। तो कमेंट करके हमे जरूर बताये।

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