जैसा कि हम जानते है कि आज के समय से वेबसाइट पर हज़ारो, लाखो, मिलियन यहा तक कि बिलियन की संख्या में ट्रैफिक आ रहा है आज बहुत से तरीके मौजूद है जिससे हम अपने वेबसाइट के ट्रैफिक को मॉनीटाइज़ कर सकते है। जिसमे से अधिकतर तरीके किसी 3Rd-Party प्रोडक्ट या सर्विस से एडवरटाइजिंग पर बेस्ड है।
वही कई लोग एफिलिएट प्रोग्राम को ज्वाइन करते है जिससे वो अपने वेबसाइट के ट्रैफिक से पैसे कमा पाए। लेकिन इन सब मे सबसे पॉपुलर है Google Adsense जो कि किसी भी पब्लिशर के लिए हमेशा टॉप पसंद होती है.
Adsense एक एफिलिएट प्रोग्राम है जिसे गूगल द्वारा June 18, 2003 में लांच किया गया था। आज के समय इंटरनेट पर मौजूद सभी प्रोग्राम में से ये सबसे ज्यादा फेमस प्रोग्राम है ये वेबमास्टर और वेबसाइट ओनर को एक अच्छा रास्ता प्रदान करता है जिससे वो अपने ट्रैफिक को मॉनीटाइज़ कर पाए। लाखो लोग उसका यूज़ कर रहे है.
गूगल के अनुसार वो हर साल $10 Billion से अधिक अपने पब्लिशर्स पर खर्च करता है क्या अभी भी अपने मन में क्या सवाल है Google Adsense क्या है?what is Google adsense in hindi और मैं Adsense से पैसे कैसे कमा सकता हु. फिर चलिए इसके बारे में थोड़ा गहराई से बाते करते है
Table of Contents
Google Adsense क्या है What is Google Adsense in Hindi
Google Adsense , एड्स के जरिये पैसे कमाने का एक बहुत फेमस तरीका है पार्ट टाइम Bloggers से लेकर इंटरनेट पर मौजूद बड़े पब्लिशर्स तक इसका यूज़ कर रहे है और महीने के लाखो कमा रहे है। गूगल Adwords के जरिये Advertisers अपने प्रोडक्ट या सर्विस को गूगल पर प्रमोट करते है
जिसके लिए वो Click (PPC) या Impression (CPM) के बेस पर पेमेंट करते है। और इन प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करने के लिए गूगल, पब्लिशर्स को कुछ इनकम का परसेंट देता है
Advantage of Google Adsense
आज के समय में 10 मिलियन से अधिक बड़ी संख्या में एडवरटाइजर और पब्लिसर इसका यूज़ कर रहे है। एडवरटाइजर और पब्लिसर दोनों के लिए एक हाई लेवल की सुरक्षा, सेफ्टी और पारदर्शिता इसमें प्रोवाइड की जाती है. जो कि एक दूसरा एडवांटेज है Adsense को यूज़ करने का. गूगल दोनों साइडो के बीच एक मेडिएटर की तरह काम करता है सभी जरुरी मेट्रिक्स को गूगल Analytics की मदद से ट्रैक कर सकते है.
इसमें Ad Format को वेरीफाई किया जा सकता है. CPC calculator से आप पता कर सकते हो कि आप की कमाई क्या है.
Adsense में एडवरटाइजर Text, Images, HTML Ads, Video Ads जैसी कई एड्स को अलग अलग साइज के साथ रन कर सकते है पब्लिशर आम तौर अलग अलग तरह की एड्स का एक्सपेरिमेंट कर सकते है जिससे कि वो जान सके कि अधिक रेवेन्यू किस्से आ रहा है.
एक सर्वे के अनुसार Advertisers And Publishers द्वारा 728×90 और 300×250 साइज की एड्स ज्यादा रन की जाती है. Ads एअर्निंग का 68% पब्लिशर्स को और वही गूगल 32% रखता है. उदाहरण के लिए यदि एडवरटाइजर 100 रुपए देता है तो उसमे 68 रुपए पब्लिशर और वही 32 रुपए गूगल रखता है.
How Does Adsense Work?
इसके काम करने का पूरा प्रोसेस बहुत साधारण है.
आपके पास एक एक्टिव Gmail अकाउंट होना चाहिए.
सबसे पहले आपको एक Adsense अकाउंट बनाना होगा और अपनी वेबसाइट में एक छोटा सा कोड पेस्ट करना होगा जो हर एक Website के यूनिक होता है.
Adsense को यूज़ करने के लिए बस आपको इतने स्टेप को फॉलो करना होगा.
इसके एक बाद एड्स यूनिट को क्रिएट करे और आपकी अपनी वेबसाइट के पेजेज में पेस्ट जहा पर भी आप एड्स को शो करवाना चाहते है.
अब गूगल आपकी साइट पर टार्गेटेड एड्स को शो करेगा जो आपके कंटेंट से रिलेटेड होगा या फिर यूजर द्वारा की गयी पिछली सर्च से रिलेटेड होगा.
जैसे ही आपके वेबसाइट के विज़िटर उन ads पर क्लिक करेंगे, उससे आपकी एअर्निंग होगी जिसे आप अपने Adsense डैशबोर्ड में देख सकते है Google Adsense CPC(Cost-Per-Click) और Revenue-Sharing के बेस पर काम करता है इसका मतलब है आपको उन एड्स पर ज्यादा से ज्यादा यूनिक क्लिक्स प्रोवाइड करनी होगी। तभी आपकी एअर्निंग होगी.
कभी भी गूगल को धोखा न दे और न ही कभी फेक क्लिक्स प्रोवाइड करे.
न ही उन एड्स पर स्वयं क्लिक करे और न ही अपनी वेबसाइट के विजिटर को फ़ोर्स करे कि उन पर क्लिक करे.
सभी काम को नेचुरल तरीके से करे. गूगल के पास एक सटीक और पेचींदा सिस्टम है जो फ्रॉड को रोकने में मदद करता है यदि एक बार भी उसे शक हुआ कि आपकी वेबसाइट में कोई फ्रॉड एक्टिविटी हो रही है या आप फेक ट्रैफिक प्रोवाइड कर रहे है गूगल आपका Adsense अकाउंट भी बंद कर सकता है.
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How Long Does It Take To Get Approved?
Adsense अप्रूवल के लिए अप्लाई की गयी साइट पर Adsense टीम की तरफ से जवाब 24-48 घंटे या फिर 1-2 सप्ताह के दौरान आ जाता है.
Important points About Adsense
Adsense का ओनर गूगल है और ये गूगल की इनकम का एक बड़ा हिस्सा जेनेरेट करता है.
Adsense के एड्स को वेबसाइट पर शो किया जाता है जो गूगल Adsense के साथ पार्टनरशिप में होते है.
Adsense एक ऐसा प्लेटफॉर्म है उन लोगो के लिए जो आपकी वेबसाइट पर गूगल एड्स डिस्प्ले करना चाहते है जिन्हे Adsense Publishers कहा जाता है और Google Adswords प्लेटफॉर्म उनके लिए है जो अपनी प्रोडक्ट और सर्विस को गूगल के जरिये प्रमोट करना चाहते है जिन्हे Adsense Advertiser कहा जाता है.
Adsense ads को Desktop, Mobile, और Tablet सहित कई डिवाइस में डिस्प्ले किया जा सकता है.
Adsense EPC (Earnings Per Click) और CPC (Cost Per Click) बेस्ड पर काम करता है पब्लिशर को तब पेमेंट किया जाता है जब उनकी साइट पर डिस्प्ले होने वाले एड्स पर वेबसाइट विजिटर क्लिक करते है.
कोई भी व्यक्ति जो 18 साल से ज्यादा की उम्र का है और उसकी वेबसाइट Google Adsense Guidelines को फॉलो करती है वो प्रोग्राम में पार्टिसिपेट कर सकता है.
Adsense के पास कई तरह के एड्स है जो Desktop Websites, Videos, Games, Mobile Apps सहित कई केटेगरी को सपोर्ट करते है.
Adsense के पास कई तरह के Formats और Size, Text और Image दोनों फॉर्म में मौजूद है.
Adsense Publishers को मासिक आधार पर पेमेंट की जाती है
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How To Increase Your Chances Of Being Accepted By Adsense ?
यदि आप Adsense Forum देखोगे तो पाओगे कि लोग अक्सर कम्प्लेन करते है कि उनकी वेबसाइट Adsense प्रोग्राम के लिए रिजेक्ट कर दी गयी। चलिए जानते है कि आपकी वेबसाइट Adsense प्रोग्राम के लिए क्यों रिजेक्ट होती है.
कुछ सबसे कॉमन रीज़न इस प्रकार है.
आपकी वेबसाइट Adsense Guidelines को फॉलो नहीं कर रही होती है.
वेबसाइट में कम कंटेंट होता है.
वेबसाइट के अंदर कोई ओरिजिनल कंटेंट नहीं होता है या बहुत कम होता है.
वेबसाइट में बहुत ज्यादा डुप्लीकेट कंटेंट होता है.
डोमेन नया होता है.
अपनी वेबसाइट को Adsense प्रोग्राम में एक्सेप्ट करवाने के चान्सेस को बढ़ाने के लिए उपयुर्क्त गलती न करे.
एक्सेप्ट करवाने के लिए निम्न स्टेप्स को जरूर फॉलो करे.
ध्यान दे कि आपकी वेबसाइट में पर्याप्त मात्रा में कंटेंट है. (गूगल में इंडेक्सड पेज की संख्या ज्यादा हो)
कंटेंट वेबसाइट से कॉपी बिलकुल न हो.
ध्यान दे कि आपकी वेबसाइट में कंटेंट ओरिजिनल और यूनिक हो. (टेक्स्ट,वीडियो, ऑडियो, इमेज सब)
कंटेंट में टेक्स्ट,वीडियो, ऑडियो, इमेज सब जरूरतानुसार मौजूद हो.
कोशिश करे कि अपनी वेबसाइट को कम से कम 3 Month पूरा हो जाने के बाद ही Adsense के अप्लाई करे.
रेगुलर कंटेंट डाले। अप्लाई करने के बाद कंटेंट डालना बंद न करे.
कोशिश करे कि प्रत्येक सप्ताह में कम से कम 2 पोस्ट जरूर करे.
पुरानी पोस्ट को समयानुसार अपडेट करते रहे। नया कंटेंट जोड़े, वही बिना यूज़ वाले कंटेंट को तुरंत रिमूव कर दे.
वेबसाइट एप्रूव्ड होने के बाद कभी भी एक पेज में जरुरत से ज्यादा एड्स को न लगाए। नहीं तो आपको एड्स लिमिट का सामना करना पड़ सकता है वैसे तो गूगल ने इस बारे में कोई लिमिट नहीं बताई है मतलब आप जितने चाहे उतने एड्स का यूज़ कर सकते है लेकिन निम्न बातो का ध्यान रखे.
- विजिटर को कंटेंट देखने में समस्या न हो.
- इससे वेबसाइट की स्पीड कम न हो सही जगह एड्स दिखाए.
Conclusion
आज की पोस्ट में हमने जाना कि Google Adsense क्या है? what is Google adsense in hindi, इसको कैसे यूज़ करे? और भी कई पॉइंट्स पर बात की उम्मीद करता हु आपको ये जानकारी पसंद आयी होगी. पोस्ट के बारे में अपने विचार कमेंट में जरूर बताये और कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले.